class 10 CBSE Hindi , लखनवी अंदाज, लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1- लेखक ने क्या सोचकर सेकंड क्लास का टिकट लिया ?
उत्तर - लेखक भीड़ से बचना चाहता था। एकांत में रहकर सफर करना चाहता था क्योंकि उसे अपनी नई कहानी के बारे में सोचना था ।इसके साथ ही वह खिड़की से प्राकृतिक दृश्य भी देखना चाहता था, इसीलिए लेखक ने सेकंड क्लास का टिकट लिया।
प्रश्न 2- नवाब साहब की असुविधा और संकोच के क्या कारण रहे होंगे?
उत्तर - नवाब साहब की असुविधा एवं संकोच के निम्न कारण रहे होंगे
1. नवाब साहब के सामने तौलिए पर दो खीरे रखे हुए थे। हो सकता है लेखक के कारण वे खीरे जैसी अपदार्थ वस्तु का शौक करते देखे जाने के संकोच में हों।
2. नवाब साहब ने किफायत (मितव्ययिता) के विचार से सेकंड क्लास का टिकट खरीद लिया हो और अब यह नहीं चाहते हो कि शहर का कोई सफेदपोश उन्हें सेकंड क्लास के डिब्बे में सफर करता देखे।
प्रश्न 3- लेखक के ज्ञान चक्षु किस प्रकार खुल गए?
उत्तर - जब लेखक ने नवाब साहब को खीरे को सूंघने मात्र से ही अपना पेट भर लेने और परम संतुष्टि पाने के बाद डकार लेते सुना, तो उनके ज्ञान चक्षु यह सोचकर खुल गए कि यह तो बड़े आश्चर्य की बात है कि किसी प्रिय खाद्य वस्तु को बिना खाए भी परम संतुष्टि पाई जा सकती है और डकार भी ली जा सकती है । यदि ऐसा है तो फिर पात्र, घटना आदि की अनुपस्थिति में कहानी भी लिखी जा सकती है।
प्रश्न 4- यह कहानी नवाब साहब के माध्यम से नवाबी परंपरा पर व्यंग्य है। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - लेखक ने इस कहानी के माध्यम से समाज के पतन शील सामंती वर्ग और उनकी बनावटी जीवन शैली पर व्यंग्य किया है। नवाब बनावटी जीवन शैली अपनाने में यकीन करते हैं और इसी में अपना पूरा जीवन बिता देते हैं उन्हें जीवन के यथार्थ और कड़वी सच्चाइयों से कोई मतलब नहीं होता। ऐसे व्यक्तियों को समाज में कहीं भी देखा जा सकता है।
प्रश्न 5 - निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
नवाब साहब ने फिर एक पल खिड़की से बाहर देखकर गौर किया और दृढ़ निश्चय से खीरों के नीचे रखा तौलिया झाड़ कर सामने बिछा दिया। सीट के नीचे से लोटा उठाकर दोनों खीरों को खिड़की से बाहर धोया और तौलिए से पोंछ लिया ।जेब से चाकू निकाला। दोनों खीरों के सिर काटे और उन्हें गोंदकर झाग निकाला ।फिर खीरों को बहुत एहतियात से छीलकर फांकों को करीने से तौलिए पर सजाते गए ।लखनऊ स्टेशन पर खीरा बेचने वाले खीरे के इस्तेमाल का तरीका जानते हैं ।ग्राहक के लिए जीरा मिला नमक और पिसी हुई लाल मिर्च की पुड़िया भी हाजिर कर देते हैं।
प्रश्न - 1 किस बात से पता चलता है कि लखनऊ स्टेशन पर खीरा बेचने वाले खीरे के इस्तेमाल का तरीका जानते हैं?
2 खीरों को काटने से पहले नवाब साहब ने क्या किया?
3 'एहतियात ' शब्द का क्या अर्थ है?
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